Monday, March 1, 2021

Security Supervisor का क्या काम होता है ?

Security Supervisor का क्या काम होता है ?

नमस्कार दोस्तों, आज आप इस पेज में Security Supervisor का क्या काम होता है के बारें में पढ़ेंगे इसलिए इस पेज को पूरा पढ़ें।

किसी भी सिक्योरिटी कम्पनी में कार्य कार्याधिकार एक सुपरवाइजर के हाथ में होता है जो अपने कर्तव्य के अलावा 15 से 20 सुरक्षाकर्मी को साथ लेकर एक कर्तव्य जिम्मेदारी को निभाता है।


इससे पहले हमने सिक्योरिटी गार्ड कैसे बनें जानकारी शेयर की थी आप इस पर क्लिक करके पढ़ सकते है।

इसके अलावा सिक्योरिटी सुपरवाइजर शारीरिक रूप से फिट, मानसिक रूप से सतर्क, शिक्षित होना चाहिए और कार्य के प्रति वफादार होना चाहिए।

एक सिक्योरिटी सुपरवाइजर की भूमिका जिस स्थान में ड्यूटी दिया जाये वहाँ पर निर्देशों के अनुसार परिषर में लोगों और सम्पत्तियों की सुरक्षा करना होता है।

एक Security Supervisor की भूमिका एवं जिम्मेदारी

क्या होती है इसकी जानकारी हमने नीचे दी है।

एक सिक्योरिटी सुपरवाइजर की भूमिका एवं जिम्मेदारियाँ 

  • ड्यूटी चढ़ने से 15 मिनट पहले पोस्ट में पहुंचे।
  • सुपरवाइजर को अपनी तथा अपनी साथिओ की वर्दी साफ सुधरी होनी चाहिए, जिससे उन्हें एक सम्मान के नजरो से देखा जाये।
  • समय पर रिपोर्ट करें और पारी को सम्भालें ।
  • पारी में उपस्थित सुरक्षाकर्मियों की हाजरी लें।
  • पारी में उपस्थित सुरक्षाकर्मियों को ब्रीफ करना।
  • सुरक्षाकर्मियों को पोस्ट से सम्बन्धित कार्य विधि एवं कर्तव्य के बारे में विस्तार से बताना ।
  • सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी जाँच करना या देखना।
  • सम्बन्धित परिसर में यदि कोई अप्रिय घटना घटती है तो उसकी जानकारी अपने उच्च अधिकारी को देना।
  • रात्रि समय में निरीक्षण करना, एवं परिसर में गस्त का आयोजन करना।
  • सुरक्षा कर्मियों का परीक्षण का आयोजन करना।
  • सुरक्षा कर्मियों का शिकायत का निवारण करना।
  • शिफ्ट रिपोर्ट तैयार करना।
  • आप के बोल -चाल की भाषा में सबसे श्रेष्ठता होनी चाहिये शब्दों में शालीनता, नरमता, विनम्रता, ड्यूटी पालन कराते समय में नियमों बताने के लिये आदेशित शब्द न होकर प्रार्थनीय शब्द होना चाहिये ।

सिक्योरिटी सुपरवाइजर की गेट से सम्बधित ड्यूटीयां 

  • किसी भी कम्पनी में सुरक्षा की तोर पर देखा जाये तो In Gate तथा Out Gate का प्रवेश द्वार सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है इसलिए एक Security Supervisor को गेट पर चौकन्ना होकर ड्यूटी करना अनिवार्य होता है।
  • गेट में हमेशा बंद तथा कुण्डी लॉक होना चाहिए।
  • यदि कोई भी विजिटर या माल वाहक गाड़ी अंदर आती है तो उनका रिकॉर्ड प्रॉपर इन -आउट रजिस्टर में इंट्री होना अनिवार्य है।
  • सभी कर्मचारी/ ठेकेदार वर्कर जब ड्यूटी पर आते है तो उनके पहचान पत्र की जांच करना।
  • ठेकेदार द्वारा दी गए वर्कर लिस्ट की जांच करने के बाद वर्कर को अंदर लेना।
  • शक होने पर वर्कर या संग्धित वस्तु को अंदर ना लेना।
  • वर्कर या कर्मचारी शराब या कोई नशीली चीजों का सेवन किया है तो उसे अंदर ना लेना।
  • कंपनी कर्मचारी ड्यूटी समाप्त करने के बाद जा रहे है तो उनका जाँच करना।
  • कम्पनी के कर्मचारी का कोई रिश्तेदार मिलने आया है तो उसे गेट पर ही रोकर सम्बंधित व्यक्ति को बुलाना।
  • यदि कम्पनी का कोई भी कर्मचारी आधी छुट्टी लेकर जा रहा है उसकी लीव पर्ची में उच्च अधिकारी के हस्ताक्षर को चेक करने के बाद ही गेट से जाने देना।
  • मुख्य द्वार पर Security Supervisor द्वारा लेखा कागजी काम समय से अपडेट करना।
  • सभी व्यक्तियों की आते और जाते समय तलाशी करनी है सुरक्षा दिशा निर्देशों के अनुसार ।
  • आते जाते समय सभी का पर्सनलसामान  जैसे पर्श, बैग इत्यादि भीचैक करना है । 

  • आगन्तुकों को उसी गेट से आने-जाने देना जिसके लिये उन्हें आने- जाने के लिये आज्ञा है।
  • अग्निशमन के यंत्रों की पूरी जानकारी होना चाहिये कहाँ पर रखे हुवे हैं जिससे जरूरत पडने पर तत्काल प्रयोग में लाया जाये ।
  • ड्यूटी के दौरान फोन पर फेसबुक, वटसप्प, व सोसल मिडिया का प्रयोग न करना ।

सिक्योरिटी सुपरवाइजर की पेट्रोलिंग से सम्बन्धित निम्न ड्यूटीयां :

यहाँ पर पेट्रोलिंग का अर्थ है रात्रि निरीक्षण करना।

यदि पेट्रोलिंग ड्यूटी पर सिक्योरिटी सुपरवाइजर तैनात है तो निम्नलिखित बातों का ध्यान देना चाहिए जैसे –

  • रात्रि यदि में पेट्रोलिंग गस्त पर है तो आँख, कान, नाक को हमेसा खुला रखें। जिससे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को आप तुरंत पकड़ सके।
  • यदि कोई वस्तु मिले जहाँ पर उसको नहीं होना चाहिए इसकी सुचना अपने उच्च अधिकारी को दें।
  • यदि आप ड्यूटी पर तैनात है तो चारदीवारी का विशेष ध्यान दें क्योकि चारदीवारी में यदि कोई हॉल है तो छोटी चोरी होने से बचाया जा सकता है।
  • आग बुझाने वाली मशीनों के ऊपर अन्य सामान ना रखे, यदि है तो उसे हटा लें।
  • यदि कोई कर्मचारी गलत कार्य कर रहा है तो उसकी जानकारी अपने उच्च अधिकारी को देना चाहिए।
  • यदि आप पेट्रोलिंग पर गए है तो वहाँ पर देखें किसी प्रकार की वस्तु की बदबू तो नहीं आ रही है। यदि आ रही है तो खोजबीन करके पता लगाये हो सकता है आपकी सूझबूझ से कोई बड़ी घटना होने से बचा जा सकें।
  • शौचालय आदि चेक करें, कोई गलत कार्य तो नहीं हो रहा है।
  • रात्रि पेट्रोलिंग में यदि कोई बात सुनते है जो कंपनी के लिए हानिकारक हो सकती है। उसकी सूचना अपने अधिकारी को बताये।
  • आपतकालीन निकास मार्ग में किसी भी प्रकार की वस्तु एवं सामग्री को न होने दें।

उपरोक्त सिक्योरिटी सुपरवाइजर की ड्यूटी सम्बंधित नियम आपको पूर्ण रूप से पालन करना अनिवार्य है।

विश्वाश है की आप सभी अच्छे नागरिक की तरह ईमानदार सेवाकर्मी होने के नाते शिकायत का मौका नहीं देंगे।

अंतिम शब्द 

दोस्तों आपने Security Supervisor का क्या काम होता है के बारे में पढ़ा और समझा।

यदि सही लगे तो दोस्तों में शेयर जरूर करें।

Security Supervisor का क्या काम होता है पर यदि कोई

सवाल-जबाब है तो नीचे कमैंट्स बॉक्स में अपना कमैंट्स दें कर पूछ सकते है।


चार तरह की आग, बुझाने के तरीके अलग

चार तरह की आग, बुझाने के तरीके अलग


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धनबाद : सेंट जेवियर्स इंटरनेशनल स्कूल में सोमवार को आज झारखंड अग्निशमन विभाग की ओर से मॉक ड्रिल का आ


Publish Date:Mon, 18 Apr 2016 09:00 PM (IST)Author:

धनबाद : सेंट जेवियर्स इंटरनेशनल स्कूल में सोमवार को आज झारखंड अग्निशमन विभाग की ओर से मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ। विद्यार्थियों को आधारभूत जानकारी दी गई। इस मौके पर झारखंड अग्निशमन विभाग के अमरजीत कुमार सिंह (एलएफएम) के नेतृत्व में विद्यालय में आयोजित एक 'फायर फाइटिंग कार्यशाला' के दौरान बच्चों को आग लगने के कारण, तरीके तथा उनपर तात्कालिक कार्यवाही करते हुए कैसे काबू पाया जाए इसकी पूर्ण जानकारी दी गई। साथ ही बच्चों को प्रयोगात्मक तरीके से आग लगाकर उसपर विभिन्न माध्यमों से काबू करने का प्रशिक्षण दिया गया। इसमें एलपीजी सिलेंडर, बिजली उपकरण, तेल, कागज, कपड़े इत्यादि से लगने वाले आग तथा उनपर कैसे काबू पाया जाए तथा किन-किन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखा जाए यह विस्तारपूर्वक बताया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य रविप्रकाश तिवारी व शिक्षक उपस्थित थे।

इसी तरह अशोक नगर स्थित राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर में आग लग जाने पर उससे बचने और उसे बुझाने के तौर तरीकों का व्यावहारिक ज्ञान दिया। प्रधान अग्निचालक बंधु उराव ने बताया कि आग के चार प्रकार हैं। चार प्रकार के आगों की प्रकृति और उसके बुझाने के तरीके और उपकरण अलग-अलग हैं। दस्ते में बंधु उराव, राजेंद्र राम, अमरजीत सिंह, लाल मोहन बेदिया, संजय कुमार सिंह उपस्थित थे। मौके पर प्राचार्य राजेश कुमार सिंह उपस्थित थे।


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चार प्रकार की होती है आग

1- पहला जनरल फायर कोयला, कपड़ा और कागज की आग इस श्रेणी में आती है। इसे पानी और सीओ-2 एक्सटीगाइजर (अग्निशामक) से बुझाते हैं।

2- दूसरा तेल की आग डीजल, पेट्रोल की आग इस श्रेणी में आते हैं। इसे डीसीपी एक्सटीगाइजर एवं फोम एक्सटीगाइजर से बुझाते हैं।

3- रासायनिक एवं बिजली आग शॉर्ट सर्किट और बिजली से लगी आग इस श्रेणी में आते हैं। इसे डीसीपी एवं सीओ-2 एक्सटीगाइजर से बुझाते हैं।


4- धातु आग किसी भी धातु में लगी आग इस श्रेणी में आते हैं। इसे डीसीपी सीओ-2 एक्सटीगाइजर से बुझाते हैं।



आग से सुरक्षा के तरीके

Fire Safety Tips in Hindi
11
Jan

आग से सुरक्षा के तरीके – Fire Safety Tips in Hindi

१. आग लगने पर तुरंत १०१ नंबर पर कॉल करके सूचना दें | यह न सोचें कि कोई दूसरा इसकी सूचना पहले ही दे चुका होगा |

२. आग लगने पर सबसे पहले इमारत की अग्नि चेतावनी की घंटी (फायर अलार्म) को सक्रिय करें | फिर बहुत जोर से “आग-आग” चिल्लाकर लोगों को सचेत करें | चेतावनी कम शब्दों में ही दें, नहीं तो लोगों को घटना की गंभीरता समझने में ज्यादा समय लग जायेगा |

३.आग लगने पर लिफ्ट का उपयोग न करें ,केवल सीढ़ियों का ही प्रयोग करें |

४.धुएँ से घिरे होने पर अपने नाक और मुँह को गीले कपडे से ढँक लें |

५. अगर आप धुएं से भरे कमरे में फँस जाएं और बाहर निकलने का रास्ता न हो ,तो दरवाजे को बंद कर लें ,और सभी दरारों और सुराखों को गीले तौलिये या चादरों से सील कर दें, जिससे धुआं अंदर न आ सके|

६.अगर आग आपकी अपनी ईमारत में लगी है ,और आप अभी फ़से नहीं हैं तो पहले बाहर आएं और वहीं रूककर १०१ नंबर पर अग्निशमन सेवा को घटना की सूचना दें |

७.अपने घर और कार्यालय में स्मोक (धुआं) डिटेक्टर अवश्य लगाएं क्योकि अपनी सुरक्षा के उपाय करना सदैव ही बेहतर और अच्छा होता है|

८.निश्चित अंतराल पर इमारत में लगे फायर अलार्म, स्मोक डिटेक्टर, पानी के स्त्रोत ,सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली , अग्निशामक की जांच करवाते रहें |

९.अपने आस पास लगे अग्निशामक की तारीख जांच लें| ध्यान दें की समय समय पर उसकी सर्विसिंग हो और उसमे आग बुझाने वाले गैस अथवा केमिकल को बदला/भरा जाए|

१०. अग्निशामक यन्त्र का प्रयोग कब और कैसे करना है ,इस बारे में अवश्य जाने और लोगों को भी इसकी जानकारी दें|

११.इमारत की समिति को हर छह महीने में अग्निशमन अभ्यास कराना चाहिए| आपातकाल में एकत्र होने के स्थल (emergency assembly point) का भी निरिक्षण करना चाहिए |
१२.घटनास्थल के नज़दीक भीड़ न लगने दें ,इससे आपातकालीन अग्निशमन सेवा और बचाव कार्य में बाधा होती है | ऐसी स्थिति में १०१ पर कॉल करे और वहां से दूर हो जाए |
१३. यदि आपके कपड़ो में आग लग जाए तो भागे नहीं ,इससे आग और भड़केगी | जमीन पर लेट जाए और उलट पलट(रोल) करे| किसी कम्बल ,कोट या भारी कपडे से ढक कर आग बुझाएं|

१४.अगर आप आपातकालीन सेवा और अग्नि सुरक्षा में प्रशिक्षित नहीं हैं ,तो आग में फँसे लोगों को निर्देश न दें | ऐसा करके आप उन्हें भ्रमित या गुमराह कर सकते हैं ,जिससे किसी की जान भी जा सकती है|

१५.भारी धुंआ और जहरीली गैस सबसे पहले छत की तरफ इकट्ठा होती है, इसलिए अगर धुआं हो तो ज़मीन पर झुक कर बैठें |

सुमित रवि सरवदे

सिक्यूरिटी गार्ड्स के लिए थोडी जानकारी

Sumit Ravi Sarwade 9356368387



ड्रिल : 222 इंग्लिश - हिंदी परेड कमांड का संकलन -I

ऐसे तो हम ड्रिल सब्जेक्ट के ऊपर बहुत से पोस्ट लिखे है जिसमे इंग्लिश परेड  कमांड का हिंदी अनुवाद भी है लेकिंन इस पोस्ट में हम एक समपूर्ण संकलन इंग्लिश परेड  कमांड और उसका हिंदी अनुवाद  को  रखेगे ! ये जो कलेक्शन है ओ BPR&D के ड्रिल मैन्युअल से लेकर हिंदी में किया गया है !

                      जरुर पढ़े : सावधान पोजीशन से दाहिने बाएं मुड

परेड कमांड जो भी हो ओ चाहे NCC Parade Command, Platoon Parade Command, Squad Parade Command , Police Parade Command या परेड ड्रिल कमांड यानि अलग अलग  नामो से  बोले जाते है पर  ये सब आधारित है  BPR&D के ड्रिल मैन्युअल  के ऊपर इसमें सभी आर्गेनाईजेशन चाहे ओ  लोकल पुलिस हो  BSF , CRPF  या NCC सबने अपने आर्गेनाईजेशन के आवश्कता के अनुसार  थोडा चेंज के साथ इस्तेमाल करते  है !

                    जरुर पढ़े : ड्रिल तेज चल और थम का तरीका

चेंज  कहने का मतलब  है जैसे आप BSFका परेड देखिये ओ पैर जो 12 इंच से भी ज्यादा  ऊपर उठा कर जोर से स्टम्पिंग करते है जब की CRPF में उससे थोडा कम ऊपर उठती है ! BSF ऊपर पैर उठता  है जब की पुलिस वाले  पीछे से पैर उठा को मारते  है !

लेकिन ये कितना भी अंतर हो जब भी कोई डाउट होता है परेड के बारे में या परेड सेरोमोनी के बारे या प्रोटोकॉल के बारे में सभीBPR&D के ड्रिल मैन्युअल को  ही रेफेर करते है और अपना डाउट दूर करते है !
                    



ड्रिल मैन्युअल में कमांड हिंदी इंग्लिश दोनों में है और नॉन हिंदी राज्य है ओ ज्यादातर इंग्लिश में पॉवर ऑफ़ कमांड देते है और हिंदी राज्य हिंदी में ! लेकिंन  मेरा अनुभव बोलता है की हिंदी के कमांड  में एक चटकी है जिससे परेड करने वालो में टाइमिंग अच्छी मिलती है और जोश आता है !र अभी धीरे धीरे देख रहे है की हिंदी की परेड कमांड नॉन हिंदी वाले राज्यों में भी पहुच रहा है ! फिरभी अभी बहुत जगह ये अंतर है इसलिए हमें हिंदी और इंग्लिश के परेड कमांड को जानना चाहिए क्यों की बहुत  बार एक स्टेट के पुलिस कर्मी दुसरे स्टेट में ट्रेनिंग लेने जाते है तो उन्हें ये कमांड समझने में तखलीफ़ होती है !


इसी तकलीफ को दूर करने के लिएBPR&D के ड्रिल मैन्युअल में ये दोनों कमांड दिए हुवे है उनको मै हिंदी में सकलन निचे पोस्ट कर रहा हु !
स.नॉ
इंग्लिश कमांड
हिंदी अनुवाद
1 
Halt
 थम
        2 
About Turn
पीछे मुड
        3
Right Turn
दाहिने मुड
       4
Right Form
बाएं मुड
       5 
Right Incline
आधा दाहिने मुड
       6
 Left Turn
बाये मुड
       7
Left From
बाये बन
       8
Left Incline
आधा बाएं मुड
       9
Mark Time
कदम ताल
  10 
 Halt (When Marking Time)
थम (कदम ताल )
  11
Forward (When Marking Time)
आगे बढ़ (कदम ताल से )
  12
Break Into Quick Time Quick March
तेज चाल में आ तेज चल ( कदम ताल से )
  13
Break Into Slow Time, Slow March
धीरे चल में आ धीरे चल
    14
Break Into Double Time, Double March
दौड़ चाल में आ दौड़ चल
  15 
On The Right/Left Form Squad
दाहिने/बाएं स्क्वाड बना
  16
Open Order March
खुली लाइन चल
  17
Close Order March
निकट लाइन चल
    18
Squad Attention
स्क्वाड सावधान
  19 
Stand-At-Ease
विश्राम
  20 
Stand-Easy
आराम से
  21 
Right (or Left) Dress
दाहिने(या बाएं) सज
  22 
Eyes Front
सामने देख
  23 
Turning About By Numbers Squad— One
गिनती से पीछे मुड स्क्वाड पीछे मुड
  24 
Turning to the Right By Numbers Right Turn-One .
गिनती से दाहिने मुड दाहिने मुड एक
  25 
Step-Out
लम्बा कदम
26 
Step Short
छोटा कदम
27 
 Squad Will Advance, Quick March
स्क्वाड आगे बढेगा तेज चल
28 
Squad—two
स्क्वाड दो
29 
Paces Forward/Step Back-March
कदम आगे /पीछे चल
30 
Change Step—One
कदम बदल एक
31 
 Squad—Two
स्क्वाड दो
32 
Squad—Three
स्क्वाड तीन
33 
Double March
दौड़ के चल
34 
Salute To The Front By Numbers—
Squad One
गिनती से सामने सलुते स्क्वाड एक
35 
Salute To The Right—Salute
दाहिने को सलूट सलूट
36 
Salute To The Left
सलूट बाये को सलूट– सलूट
37 
Squad, Dismiss Squad
विश्रजन
38 
Salute To The Right/Left Squad Salute
दाहिने/बाये का सलूट स्क्वाड सलूट
39 
Squad/Platoon Fall-in Squad
प्लाटून लाइन बन
40 
Blank File
खाली फाइल
41 
 By The Right Quick March
दाहिने से तेज चल
42
Platoon Will Retire, About Turn
प्लाटून पीछे लौटेगा पीछे मुड
43
Platoon Will Advance, About Turn
प्लाटून आए पढ़ेगा पीछे मुड
44
Change Direction Right, Right Form
दाहिने दिशा बदल दाहिने बन
45
Change Direction Left, Left Form
बाएं दिशा बदल बाएं बन
46
Platoon Forward
प्लाटून आगे बढ़
46
Move To The Right In Threes A Right Turn
प्लाटून तिनो तिन में  आगे चलेगा  दाहिने मुड !
48
By The Left Quick March
बाएं से तेज चल
49
Platoon Will Advance, Left Turn
प्लाटून आगे बढेगा बाएं मुड  
50
Platoon Will Retire, Left Turn Platoon
पीछे बढेगा  बाएं मुड
   51
Platoon Will Advance, Right Turn
प्लाटून आगे बढेगा दाहिने मुड
52 
Platoon Will Retire, Right Turn
प्लाटून पीछे बढेगा बाएं मुड
53 
Change Direction Left/Right, fell
Left/Right Wheel
बाएं / दाहिने दिशा बदल बाएं /दाहिने घूम
54
On The Left, Form Squad/ Platoon
बाएं को स्क्वाड/प्लाटून बना
55
On The Right Form Squad/ Platoon
दाहिने को स्काद /प्लाटून बना
56
Form Two Ranks
दो लाइन बना
  
57  
Form Three Ranks
तीन लाइन बन
58
. In Three Ranks Right Dress
तीन लाइन में दाहिने सज
59
Form Single File From The Left—
Quick March
बाएं से एक फाइल बन– तेज चल
60 
Form Single File From The Left
Bayen Se Ek File Bana बाएं से एक फाइल बन
61 
At The Halt On The Right, Form
Threes — Quick March
दाहिने थम कर तीनो तीन बन तेज चल
62 
Advance In Single File, From
The Right, Quick March
दाहिने से एक फाइल में आगे बढ़ तेज चल
63
Form Single File, From The Right
दाहिने से एक फाइल बन
64 
At the Halt On The Left Form
Quick March
बाएं थम कर लाइन बना तेज चल
65 
On the Left Form Line
बाएं पर लाइन बना
66 
Attention
सावधान
67
Slope Arms By Numbers— Squad One
गिनती से कंधे सज स्क्वाड एक
68 
Order Arms By Numbers—Squad One
गिनती से बाजु सज स्क्वाड एक
69 
Present Arms By Numbers—Squad One
गिनती से सलामी सस्त्र स्क्वाड एक
70 
The Squad Will Fix Bayonets, Squad Fix
 स्क्वाड संगीन/बेनट  लगाएगा संगीन/ बेनट
71 
Squad Will Unfix Bayonets, Squad Unfix
स्क्वाड संगीन /बेनट उतरेगा संगीन/बेनट
72 
Port Arms
बाएं सस्त्र
73 
For Inspection Port Arms By Numbers,
Squad — One
गिनती से निरिक्षण के लिए बाये सस्त्र स्क्वाड एक
74 
. Ease Spring By Numbers— Squad One
गिनती से बोलत चल स्क्वाड एक
75
Examine Arms
जाँच सस्त्र
76 
Trail Arms
तोल सस्त्र
77 
Trail Arms By Numbers—Squad One
गिनती से तोल सस्त्र स्कौड़ एक
78 
Secure Arms By Numbers— Squad One
गिनती से संभाल सस्त्र स्क्वाड एक
79 
Change Arms By Numbers, Squad—One
गिनती से बदल सस्त्र स्क्वाड एक


80 
Ground Arms By Numbers, Squad—One
गिनती से भूमि सस्त्र स्क्वाड एक
81 
Short Trail
समतोल सस्त्र
82 
Sling Arms
लटका सस्त्र
83 
Draw Swords
निकल क्रिच
84 
Slope Swords
कंधे क्रिच
85 
Return Swords By Numbers, Squad—One
गिनती से वापस इर्च स्क्वाड एक
86 
No... Centre File And File Of Direction,
नॉ- मध्य फाइल और दिशा
87 
To The Right Extend
दाहिने फ़ैल
88 
To The Left Extend
 बाएं फ़ैल
89 
 From The Centre Extend
मध्य से फ़ैल
90 
On The Right Close
दाहिने सिमट
91 
On The Left Close
बाएं सिमट
92 
On The Centre Close
मध्य सिमट
93 
Street Lining From The Rear On
Both Sides Of The Road Se Paces Extend, Quick March
सड़क के दोनों तरफ पीछे कदम कोलकर लाइन बना तेज चल
94 
.On the Right/Left Close
दहिएँ/बाएं सिमट
95 
Inward About Wheel
अन्दर को पीछे घूम
96 
Street Lining From The Rear On Both Sides Of The Road Alternatively... .Paces Extend
सड़क के दोनों तरफ पीछे से बरी बरी कदम खोलकर लाइन बना
97 
Street Lining From The Centre On Both Sides of The Road, Ranks Outward Turn
सड़क  के दोनों  मध्य से खोलकर लाइन बना बहार मुड तरफ से खोलकर लाइन बना
98 
From The Rear.... Paces Extend Quick March
पिछेसे कदम खोल कर तेज चल
99 
 Street Lining From The Rear Down The Centre Facing Outward Paces Extend
सड़क के मध्य बहार मुह करते हुए पीछे से कदम् खोलकर  कर लाइन बना
100
Outward About Wheel
बहार को पीछे घूम
101
Steady
हिलो मत
102
No.. . Platoon, Eyes Front
नम्बर प्लाटून सामने देख

103
The Company Will Retire
कंपनी पीछे लैटेगी !
104
The Company Will Advance
कंपनी आगे बढ़ेगी
105
Change Direction Right, Right Wheel
दाहिने दिशा बदल दाहिने घूम

106 
Forward
आगे बढ़
107 
Advance (or Retire) In Column Of
Threes From The Right- Right/Left Turn
दाहिने से तीनो तीन कलम कंपनी में आगे बढ़ (पिच लौट )- कंपनी दाहिने/बाएं मुड
108 
Move To The Right (or Left) In Column Of Threes, Right (or Left) Turn
तीनो तीन कुलम में दाहिने कमपनी (ता बाएं) चल
109 
Move To The Right (Or Left) In Line Of Platoon In Threes Company Right (Or Left) Turn Quick March Murh
प्लाटूनो की तीनो तीन की लाइन में दाहिने (या बाएं ) चल कंपनी दाहिने या बाएं तेज चल
110 
On The Left Form Line, Remainder Left Turn, Quick March
बाएं को लाइन बना , बाकि बाएं मुड तेज चल

111 
By The Left, At The Halt, Facing Left, Form Line
Bayen Se Tamkar Bayen Ki
Disha Me Line Banaबाएं से थामकर की दिशा में लाइन बना
112 
Advance In Column
कलम में आगे बढ़
113 
Retire In Column, Company About Turn
कलम में पीछे लौट , कंपनी पीछे मुड
114 
On No.. . Platoon Form Column Of Platoons, Remainder Mark Time
 नॉ-- प्लाटून पर प्लाटूनो की कलम बना बाकि कदम ताल
115 
On No.. Platoon, From Column Of Platoons, Remainder Quick March
नॉ-- प्लाटून पर प्लाटूनो की कलम बना बाकि तेज चल
116 
On No... Platoon Form Close Column Of Platoons, Remainder Double March
नॉ-- प्लाटून पर प्लाटूनो की कलम बना बाकि दौड़ के चल
117 
At The Halt Facing Left (or Right) Form Line
थम कर बाएं (या दाहिने) दिशा लाइन बना
118 
Change Direction Right
देने दिशा बदल
119 
Advance In Column Of Threes From
The Right, Company Right Turn Platoons Left Wheel, Quick March
दाहिने से तीनो तीन कलम में आगे बढ़ , कंपनी दाहिने  मुड प्लाटून बाएं घूम तेज चल
120 


121 
Move To The Right In Column ofThrees, Company Right Turn Platoon On The Left To The FrontRemainder Left Wheel, Quick March
तीनो तीन कलम में दाहिने चल, कंपनी दाहिने मुड बाएं प्लाटून सामने को बाकि बाएं घूम तेज चल
122 
On The Left Form Line, Remainder Left Incline, Double March
बाएं को लाइन बना बाकि आधा बाएं मुड, दौड़ के चल
123 
At The Halt Facing Right Form Column Of Platoons, Platoons Right Form, Quick March
थामकर दाहिने दिशा प्लाटूनो की कलम बना प्लाटूनो दाहिने बन , तेज चल
124 
At The Halt, Facing Left, Into LinePlatoons Left Form, Quick March
थामकर दाहिने दिशा लाइन बना प्लाटूनो  बाएं बन , तेज चल
125 
Move To The Right/Left, In Line Of Platoons In ThreesCompany Right/ Left Turn
प्लाटून की तीन तीन लाइन में दाहिने/बाएं चल कंपनी दाहिने/बाएं मुड
126 
On The Right Form Column . (or
Close Column) Of PlatoonsRemainder Right Turn, Quick March
दाहिने को प्लाटूनो की कलम (या निकट कलम ) बना , बाकि दाहिने मुड तेज चल
127 
Advance In Column of From The RightRamainder Right Turn, Quick March
दाहिने से प्लाटूनो की कलम में आगे बढ़ बाकि दाहिने मुड तेज चल
128 
Advance In Line Of Platoons In Threes From The Left Comp-
Left Turn, Platoons Right Wheel Quick March
बाएं से प्लाटूनो की तीनो तीन कंपनी की लाइन में आगे बढ़ बाएं मुड प्लाटून दाहिने सघूम तेज चल  
129 
The Company Will Form Column of Company On The Left form Platoons
प्लाटूनो के कलम प्लाटून बनाएगी बाएं प्लाटून बना
130 
. At The Halt On The Left FormClose Column Of Platoons
थामकर बाएं को प्लाटून का निकट कलम बना
131 
At The Halt Facing Left Form-Column(or Close Column) Of Platoons
थामकर बाएं दिशा प्लाटूनो का कलम ( या निकट कलम) बना
132
Facing Left Advance In Column
बाएं दिशा कलम में आगे बढ़
133 
On the Right Form Line Of Platoons In Threes at. Paces IntervalRemainder Double March
दाहिने को कदम के फासले पर प्लाटूनो की तीनो तीन की लाइन बना , बाकि दौड़ के चल

धन्यवाद 🤗

🛑 सुमित रवि सरवदे
      सिक्युरिटी सुपरवायझर,
      अनसेक ह्युमन रिसोर्सेस इंडिया लिमिटेड.
      9356368387
      sarwadesumit77@gmail.com

Friday, October 2, 2020

हाथरस मनीषा हत्याकांड प्रकरण काय आहे?

हाथरस मनीषा हत्याकांड प्रकरण काय आहे?

जेंव्हा पूर्ण भारत daughter day साजरा करत होता , त्यावेळी देशातील इलेक्ट्रॉनिक मीडिया हा सुशांत ,कंगना सारख्या बातम्या दाखवत असत्ना तिकडे 15 दिवस एक बातमी दाखवली पणं नाही. 14 सप्टेंबर ला उत्तर प्रदेश मध्ये नवी दिल्ली पासून फक्त 200 किलोमीटर वर चंदपा भागात हातरस इथे एका दलीत मुलगी वर चार जन उच्च वर्णीय समाजातील दबंग आणि बाहुबली या विशेषण असलेले एका 19 वर्षीय मुलीवर सामूहिक बलात्कार केला. नुसता बलात्कार करून थांबत नाही , तर तिची जीभ छाटतात, शरीरातील अनेक हाडे तोडतो.आईबरोबर चारा तोडण्यासाठी गेले असताना तिचे अपहरण केले गेले. नंतर तिच्या कुटुंबातील लोकांनी तिला दवाखान्यात नेले . तिथून अलिगड मधील जे एन हॉस्पिटल मग तिथून सफदरजंग हॉस्पिटल नवी दिल्ली इथे नेले.दोन दिवसांनी तिची हलत खराब जाहली आणि मंगळवारी पाच वाजता तिने या निष्ठुर जगाचा निरोप घेतला .

..

जिथे आरोपींना जाळण्याची गरज होती, तिथे पीडितेलाच जाळले.

निर्भया केस पासून बलात्कारी स्त्रीचे नाव जाहीर करू नये अशी ताकीद असताना मात्र या युवतीचे नाव सर्वत्र झळकले आहे. निर्भया खटला पासून अजुन सुद्धा कायद्या मधीलंसुधरणा जैशी की तैशी आहे.

पोलिसांनी प्रथम 8 दिवस FIR सुद्धा लिहून घ्यायची टाळाटाळ केली. जेंव्हा पहिल्यांदा ही बातमी बाहेर आली तर चक्क फेक न्यूज म्हणून सांगितले गेले.योगायोग म्हणजे त्याभागतले SP चे नाव विक्रांत वीर सिंह , हेच उंनाव केस मध्ये SP होते.. त्यानंतर रात्रीत सगळ्या मॅजिस्ट्रेट, पोलीस अधिकारी यांच्या उपस्थितीत पीडितेची पार्थिव देह जाळून टाकली ते ही घरच्या आणि गावातल्या लोकांचा विरोध असतांना.आई वडील उपस्थित नसताना बॉडी जाळली.

जो देश स्त्रियां ना उपभोगाची वस्तू समजतो , तो देश कधी विकसित होऊ शकत नाही. जर स्त्रिया वरील अत्यांचारावर होणाऱ्या देशाची यादी बनवली तर आपला क्रमांक पहिला असेल. 2012 चे निर्भया आणि या प्रकारात तेवढीच अमानुषेचे झळकते. त्यामुळे बलात्कारि ला साधी शिक्षा हे आपल्या लोकशाहीचे रूप असेल तर शरीराचे चार तुकडे करणे हिंपद्धात असलेली शिवरायांची स्वराज्य हिं चांगली संकल्पना आहे.आज पण भारतीयांना किंवा भारताला जगात rapist country म्हणून ओळखतात.

अनुराग कश्यप चे अनेक चित्रपट किंवा Article 15 मध्ये जे दाखवतात हे अती रंजक नाही तर खुप लाईट version aahe .

सगळ्या मॅजिस्ट्रेट, पोलीस अधिकारी यांच्या उपस्थितीत पीडितेची डेड बॉडी जाळून टाकली ते ही घरच्या आणि गावातल्या लोकांचा विरोध असतांना..कॅमेरा पुढे पोलिस सरळ सफल म्हणत आहे की यात त्या(दलितांच्या कुटुंबाची)काहीतरी चूक असणार.आता या केस मधील बलात्कारी सापडले तरी त्यांचं कुठे तरी गाडी पलटुन एन्काऊंटर वगैरे होईल लगेच न्याय मिळाला म्हणून जल्लोष होईल.(हैदराबाद केस आठवा).खैरलांजी, दिल्ली निर्भया उंनावं हैदराबाद,हाथरस एक एक प्रकरण समोर येईल मूळ व्यवस्था मात्र तशीच गेंड्याच्या कातडीसारखी मी कुठेतरी कोरवर उत्तर लिहून राग काढेन तुम्ही देखील कुठे तरी याबद्दल निषेध नोंदवू दोनचार दिवस आरडाओरडा करू परत सगळं सुरळीत होईल .

उत्तर प्रदेश बिहार दिल्ली हरयाणा ठिकाणी या घटना होत आहे म्हणून महाराष्ट्रात सर्व आळ बेल आहे अस काही नाही.

पूर्ण देशात बलात्काराचे केसेस वाढत आहे. एकट्या 2016–17 मध्ये 26 टक्के वाढ झाली आहे. करोडो केस कोर्टात अडकून पडल्या आहेत . आयपीसी 376 मध्ये बदल, बलात्काराच्या केस फर्स्ट ट्रॅक वर चालवणे,60 दिवसात चार्ज शीट दाखल करणे हे सर्व सुधारणा बाकी आहेत.

संदर्भ

हाथरस रेप कांड: जब आप डॉटर्स डे मना रहे थे, वो मौत से लड़ रही थी

Sarwade V/S wakode

ते हयात होते तेंव्हांच त्यांना डोस द्यायचे वाकोडे साहेब. माणूस मातीत गेल्यावर एका दलित नेत्याचा व्यभिचार वेशीला टांगताय काय... चवून चोथा करायची सवय सोडा राव....

विद्रोही साहित्यिक हा भोंगळाच असतो. मग त्याच्या नग्नतेवर काय टिप्पणी करता. साहित्य वाचा मग कळेल नामदेव ढसाळ काय चिज आहे.

लग्न झाल्यावर करायच्या गोष्टी व्यभिचार काय? मग लग्नापुर्वीचे बलात्कारपण माफ केले जातात काय.?

मल्लिका शेख आणि नामदेव ढसाळ यांनी कधीच एकमेकांच्या अभिव्यक्ती स्वातंत्र्यावर गदा आणली नाही. तुम्ही त्यांच्या कविता वाचल्या की तुम्हाला झेपणार पण नाही अन् पचणार पण नाही.

प्रत्येकांच्या आयुष्यात विविध पैलू असतात. गुपितं असतात कांड असतात.... पोकळ प्रेस्टिज वाले व्यक्त होत नाहीत... कारण ते आतल्या गाठीचे असतात... परंतू त्यांच्या कांडाची अख्यायिका बनलेली असते.

नामदेव ढसाळ कोणतीच रीघ पोटात न ठेवणारा बाप माणूस... ढसाळ म्हणलं तरी हातभर फाटली नसणारा कोणीही मायका लाल त्यावेळी शोधूनही सापडतच नव्हता.

भाऊ, दलित साहित्याची मेंदूला सवय नसेल... इतर बहुजन साहित्याचे संस्करण केले तसे दलित साहित्याचे संस्करण चुकूनही करू नका... तो कुणाच्याच आवाक्यात येणार नाही...

ना मर्दाच्या जीवावर पोट भरणारा, राजकारण करणारा, ढसाळ नाहीच...

पलंगावरून उठून वेश्यालयात जाणारा म्हटलं म्हणून व्यभिचारी ठरवणारे सडके विचार दूर व्हायला हवेत...

दलित स्त्री चापून चोपून पदर घेऊन जरी असली तरीही वासनांध नजर चोलीके पिछे क्या है म्हणत कोणता तीर मारते हो... सानथोर... त्या दिक्षीताच्या/नेन्याच्या माधूरीच्या चोलीचा लुफ्त घेतातच की...

पण नाही... तुम्हाला जास्त इंटरेस्ट दलितांच्या पदराकडेच.. मरेपर्यंत दलितांसाठी झटणाऱ्या ढसाळांच्या अस्मितेचेही लचके तोडणाऱ्या गिधाडांना माल्लिकाबद्दल खरंच कणवळ वाटतेय का?

बलात्कार करणाऱ्या नराधमाला डायरेक्ट फाशी दिली पाहिजे हे माझं स्पष्ट मत आहे. परंतु गुन्हेगाराला जात पाहून शिक्षेचं स्वरूप ठरवलं जातं.. यावर कधीच भाष्य केले जात नाही. का?

गुन्हेगाराचं सोडा... पिडित मुलीलाही मेल्यावर पण न्याय मिळत नाही... जातिवंत मुलीच्या घटनेविषयी मुलीचा फोटो तर दुरची गोष्ट, अहो वृत्तांतात नावही काल्पनिक लिहीणारे.... दलित माता भगिनींचे नग्न फोटो (Without Blur) शिवाय नाव, गाव नातेवाईकांसहीत छापतात... तेंव्हा पत्रकारिता जातियवादी ठरत नाही काय?

मी तर म्हणतो.. त्या पिडितेवर फक्त एक वेळेस अन्याय अत्याचार झालेला असतो... परंतु तो सिध्द करण्यापासून ते न्याय मिळविण्यापर्यंत क्षणोक्षणी तिच्यावर वारंवार अत्याचार केला जातो. का?

तर ती एक दलित आहे म्हणून....

हा दलित... जातियतेच्या दलदलित अडकला होता...

बाबासाहेबांनंतर , ढसाळांनीच दलितांमध्ये सुरक्षतेची भावना निर्माण केली.

काल्पनिक रामायण, महाभारतातील व्याभिचारी कथाप्रसंग कोणती धार्मिक आस्था निर्माण करणारेत... सप्रमाण त्यांचे पावित्र्य सिद्ध करु शकणारा कोणी आहे काय?

दादा कोंडके द्विभाषी होते... पण ढसाळ... वाचा म्हणजे कळेल...

आणि ज्या मलिका ढसाळ -शेख यांचे पुस्तकाच्या एका पॅरावर वैचारिक टिप्पणी करताय ना? त्यांना ढसाळ नावाचा युगंधर आणि धुरंधर कळलाच नाही. हे स्वतः मलिका ढसाळ- शेख यांनी कबुल केलेले आहे.

ज्यावर आपण इश्शू करताय त्यावर त्यांनी एक सेकंद तरी विषय वाढवला काय?

उघडा डोळे बघा निट...

आपण रिप्लाय देताना खुप गोष्टी गृहीत धरल्या आहेत असा दिसते, म्हणून आधीच सांगतो की मी बौद्ध आहे आणि पंचशील मधील एक शील व्यभिचार न करणे हे एक आहे म्हणून मी अशी कमेंट केलि होती पण मला बहुतेक त्याचा अर्थ समजला नहीं अस वाटते. जाऊद्या. लक्ष्मण माने, मा.म. देशमुख यां विद्रोही बहुजन लेखकांचे साहित्य मी वाचले आहे आणि नामदेव ढसाळ यांच्या च्या साहित्याबद्दल लहानपणापासून ऐकत आलो आहे. त्यांच्या कविता वाचल्या आहेत साहेब मी आणि त्या पूर्णपणे पचल्या पण आहेत मला. ते नक्कीच खुप मोठे कवी आणि महान साहित्यकार आहेत यात काहीच वाद नाहीं. आपलया म्हणण्याप्रमाणे लग्नपुर्वीचे कोणाचे आणि कोणते बलात्कार कोणी माफ़ केलेत ते जरा स्पष्टपणे सांगितले तर समजेल मला. समतिनुसार लग्नाआधी केलेल्या संबंधांना बलात्कार कदाचित म्हणायचे असेल आपल्याला. माधुरीच्या चोली के पीछे क्या है गण्याच्या हजारपट चावट गाणी आजकाल प्रत्येक भाषेत आहेत. भोजपुरी मधे खूप आहेत, मराठीतले पोरी जरा जपून दाण्डा धर, बम्बू डालके हे असे गाणे सुपरहिट्स आहेत, इंग्लिश मधे शकीरा च हिप्स डोंट लाय, ह्यूना च हिप्स एंड लिप्स, हिन्दीमधले हनि सिंग चे गाणे, वगैरे वगैरे. लग्नानंतर नवरा किंवा बायकोने दुसरीकडे चोरुन म्हणा किंवा खुलेआम म्हणा पण शारीरिक संबंध ठेवणे हा मुद्दा व्यक्तिस्वातंत्र्याच्या अतिरेकी कल्पनेमुळे बहुतेक आपल्याला मान्य आहे असे दिसते पण सर्व जगात आशा सम्बन्धाना आपल्या म्हणण्याप्रमाणे सड़क्या विचारांनुसारच का होईना पण चांगल अस कुणीच मानत नाहीं पण ज्याला जे करायचा शेवटी त्याला त्याचे परिणाम मिळतातच सो हा फक्त चॉइस चा विषय आहे पण भारतीय संविधानानुसार हा गुन्हा आहे. म्हणून आपल्याला जे सड़के वाटतात ते माझे विचार संविधाना नुसार आहेत. बलात्कार हे सर्व धर्मांच्या स्त्रियांवर होत आहेत आजकाल आणि बलात्कारी देखील सर्व जातिधर्मांमधे आहेत आणि त्याला कारणीभूत पुरुषांची विकृत मानसिक स्थिति असते जी कुठल्या पण जातिधर्मात असू शकते. माझ्या गावाच्या आजूबाजूच्या गावान्मधे मी २ केसेस एकलया आहेत आजपर्यंत ज्यात बलात्कारित मुलगी आणि बलात्कार करणारे हे दोघे दलितच होते पण अशी घटना मोठी न्यूज़ नाही बनत ज्यात दोघे एकच केटेगरी मधले असतात. पण आपल्या म्हणण्याप्रमाणे मी १०० टक्के सहमत आहे की पत्रकारिता दलितांच्या रेप केसेस बद्दल खुप बेजबाबदार पणे वागते, फोटो नाव गांव सगळे सांगून मोकळे होतात बेशरमाप्रमाणे. पण कुठला मुद्दा कुठल्याकुठे नेलात आपण. मी कसलाच इशू नाही करत आहे, जी उत्तरामधली माहिती होती त्यावर फक्त कमेंट केलि होती जी उत्तरामधल्या माहितीला धरुनच आहे. आपण जो वीडियो पाठवले त्यात मल्लिका जी शेवटी म्हणत आहेत की मी त्याला कधी माफ़ करणार नाही- याचे कारण काहीही असो पण त्या दोघांचा वैयक्तिक प्रश्न आहे. ढसाळ साहेबांचे विचार आणि दलित पैंथर यांना विसरणारा दलित समाज स्वतचच नुकसान करत आहे हे समजत नाही दलितांना. एकी नसेल तर शिवसेनाच काय कुठलाच पक्ष सामर्थ्य दाखविल्याशिवाय दलितांना मानाचा स्थान आणि पदे देणार नाही कारण आधी एकिने सामर्थ्य सिद्ध करुन दाखवाव लागत जगाला मग बरोबर योग्य तो सन्मान मिळतो. दलित समाज योग्य नेत्यांना हवा तेवढा सपोर्ट करत नाही आणि नको त्यांना डोक्यावर घेतो आता काय करणार.

प्रसेनजित सर आपण बौद्ध आहात हे सांगण्याची आवश्यकताच नाही.. आणि मी आपल्याला कमेंट केली परंतु प्रसेनजित वाकोडेसाहेब यांना नव्हेच. परंतु त्या मतांचे प्रतिनिधित्व करणाऱ्याला केलीय.जे कालकथित ढसाळांच्या व्यक्तिमत्वांवर शिंतोडे उडवित आहेत.

कांहींचा वाल्या कोळी राम नामाचा जप केल्याने वाल्मिकी ऋषी होऊ शकतो.२१ वेळा नि : क्षत्रिय पृथ्वी करणारा परशूराम देव अवतारी होऊ शकतो. सोळा हजार स्त्रीयांचं सहमतीनं शोषन करणारा कृष्ण भगवान होऊ शकतो...

परंतु इथला दलित बौद्ध धर्म स्विकारुनही नवबौद्ध, म्हणत पुन्हा अस्पृश्यच का? नामदेव ढसाळच काय जगातला कोणता माणूस, देव शुध्द चारित्र्यवान होता आहे.? ढसाळांचं हे प्रकरण बौद्ध धम्मस्विकृती पुर्वीचं आहे की नंतरचं...

आणि ढसाळांबद्दल आपण वाचलं आहे. आणि वाचणारच हे मी ओळखून आहेच. मात्र ढसाळांच्या व्यक्तिमत्वांवर किती शिंतोडे उडलेत कल्पना आहे काय तुम्हाला?

चार दिवसाआधी सम्राट अशोकांबद्दल आक्षेपार्ह पोस्ट आहेत. डॉ.आंबेडकरांबद्दल आहेत. तेंव्हा मी आपल्यालाच का बोललो असेल याचा विचार केलाय का कधी?

माफ करा पण नकळत मोठया षडयंत्राची शिकार सगळेच होत आहोत असं मला वाटतेय.

भारतीय राज्यघटना जीवंत माणसांसाठी नाहीय काय? राज्यघटनेची सध्या होत असलेली अवहेलना दिसत नाहीय काय?

बौद्ध धर्म घेऊनही ढसाळांनी व्याभिचार केला , सम्राट अशोकांनी नरसंहार केला म्हणणारे अप्रत्यक्ष अखंड भारताची शासनकर्त्या जमातीला निच ठरविण्याचं काम सध्या चालू आहे. याचा अंदाज आपल्याला यायला हवा.

मी आपल्या मतांची सहमत आहेच की. परंतु सध्याचे वारे ओळखायला शिकायला हवं असं वाटत नाही काय?

तुम्हाला टिप्पणी केल्याने वैयक्तिक स्वतःवर ओढून घेऊ नका. माझ्या टिप्पणी चा रोख न कळल्याने गैरसमज होत असतील तर मी तुमची क्षमा मागतो.

परंतू माझ्या मतांवर ठामच असेल मी.

सर, आपला रोख मला कळला आहे आणि मी बिलकुल वैयक्तिक घेत नाही वैचारिक वाद प्रतिवादाला. मला अस वाटत की कुणावर वैचारीक टिका करणे आणि केलेल्या टिकेवर वैचारिक उत्तर देणे ही दोन विरोधी मते असलेल्या व्यक्तिंमध्ये सुसंवाद होण्यासाठी अत्यंत आवश्यक गोष्ट आहे . जेव्हा लोक एकमेकांच्या धार्मिक गोष्टिंवर टिका करतात तेव्हा टीका करणार्यालादेखील पातळी न ओलांडुन टिका करु नये एव्हढे भान असले पाहिजे. भावनाप्रधान व्यक्तिंना वैचारिक टिकेचे सुद्धा योग्य प्रत्युत्तर देणे जमत नाही आणि मग शिव्या देणे, धमक्या देणे, हल्ले करणे असले प्रकार केले जातात. जे लोक सतत आम्हीच तुमच्यापेकक्षा श्रेष्ठ आहोत आणि आमच्यात काहीच कमतरता नाही आणि जगातले सर्व दुर्गुण तुमच्यातच आहेत अस सतत दुसर्याला म्हणत असतात अशा लोकांच्या दिशाहीन टीकेमुळेच अशा लोकांवर सातत्याने दुसर्या पक्षाकडुन सुद्धा त्याच पातळीवरची टिका होत असते. कारण या संपुर्ण जगात कुणीसुद्धा आपल्यावर झालेली टीका शांतपणे ऐकून घेईल असा व्यक्ति शोधुन सापडणार नाही. ' शासनकर्ती जमात ' असण्याचा अभिमान आणि त्या अभिमानाच्या अतिरेकामुळे दुसर्यांना कमी लेखणे हे कुठल्याच व्यक्तिने करु नये. कुणावर टिका केल्यावर आधी ज्या मुद्दयावरून टीका केली समोरच्याने तो मुद्दा खरा आहे की खोट हेदेखिल आपण तपासल पाहिजे. आपल्या मतावर आपण ठामच रहा, पण मात्र मनात कुणाबद्दल पुर्वग्रह नसावा हेच मला वाटत. सद्गुण आणि दुर्गुण असलेले चांगले आणि वाईट लोक जगातल्या सर्व धर्मांमध्ये कमीअधिक प्रमाणात आहेत . बौद्ध लोक फक्त हिंदु धर्मामध्ये असलेल्या अंधश्रद्धेबद्दल बोलतात पण ईतर बौद्ध देशांमध्ये असलेल्या काही अंधश्रद्धा ( उदा. पुनर्जन्मावर विश्वास असणे ) , मुस्लिम आणि ख्रिश्चनांमध्ये असलेल्या अंधश्रद्धा यांच्यावर कधिच तिव्रपणे टिका करत नाही म्हणुनच हिंदु लोक बौद्धांवर जास्त टिका करतात आणि म्हणतात की ' तुम्हाला आमच्याशिवाय दुसर्या कुणात काही अंधश्रद्धा का दिसत नाही ? त्यावर तुम्ही का काही बोलत नाही ' . बाकी बर्याच ग्रामीण भागात दलित हे खालच्या जातिचे, घाणेरडे , बिनडोक , नालायक, वगैरे आहेत ही मानसिकता अजुनही जुन्या पिढीमध्ये काही प्रमाणात आहेच . पण तरीसुद्धा दलितांनी दुसर्यावर निर्थक टिका करण्यात वेळ वाया न घालवता बाबासाहेबांना आदर्श मानुन प्रयत्न करून शिक्षण घेऊन आपली आणि एकमेकांची प्रगती करावी असे मला वाटते. आर्थिक परिस्थिती सुधारल्याशिवाय आणि निरर्थक टिका करणे थांबवल्याशिवाय आपली प्रगती होउच शकत नाही. सिंधी, मारवाडी, अग्रवाल समाजाच्या लोकांकडुन, काँन्ट्रँक्टर लोकांकडुन नोकरी आणि धंद्यात प्रगती हवी असेल तर काय कस आणि किती बोलाव आणि आपल्या प्रगतिकडे जास्तीत जास्त लक्ष कस द्याव हे फक्त दलितच नाही तर सर्व मराठी जनतेनी शिकायला हव. अन्याय झाल्यावर अन्याय करणार्याविरुद्ध पुर्ण ताकदीनिशी लढा दिलाच पाहिजे पण त्यासाठी अन्याय करणार्याच्या संपुर्ण समाजाला दोशी ठरवून शीव्या देणे तर्कामध्ये बसत नाही, मात्र जर धार्मिक शिकवणी मुळे कुणि अन्याय करत असेल तर तशी शीकवण देणार्या धर्माच्या शीकवणीवरदेखिल आणि ती शीकवण तंतोतंत पाळणार्या लोकांवरदेखील टिका ही नक्कीच झाली पाहिजे, पण मुद्दयाला धरुनच. मात्र एखाद्या घटनेशी ज्या व्यक्तिच घेणदेण नसताना त्या व्यक्तिच मत जाणुन न घेता वैयक्तिक पातळीवर नावे ठेवुन त्या व्यक्तिला तुम्ही सगळे असेच आहात अस म्हणणे पण चुकिचच आहे. जातियतेमळे होणार्या अन्यायावर वैचारिक टिका कशाला म्हणतात हे समजुन घेण्यासाठी बाबासाहेबांचे बहिष्क्रृत भारत, मुकनायक या वर्तमानपत्रांमधील लेख नक्की वाचायला पाहिजे सर्वांनी.

My Dream

थिंक महाराष्ट्र मराठी संस्कृती आणि विद्यमान मराठी कर्तबगारी यांची माहिती तालुक्या तालुक्यांतून संग्रहित करून अवघ्या महाराष्ट्राचे समग्र चित्...